मैं पूछती हूँ, क्या अतीत को भूलना आसान है ? मैं पूछती हूँ, क्या अतीत को भूलना आसान है ?
बिन फेरे हम तेरे हुए ना समाज की यहाँ मंजूरी है, मांग बेशक़ भरा नहीं फिर भी रंगे ये द बिन फेरे हम तेरे हुए ना समाज की यहाँ मंजूरी है, मांग बेशक़ भरा नहीं फिर ...
नित नियत काल से टकराता बदलता थल की थाती आसमान का बादशाह। नित नियत काल से टकराता बदलता थल की थाती आसमान का बादशाह।
आधे-अधूरे मन का काम सफल न होता, मनोयोग से होते सफल और होता है नाम। आधे-अधूरे मन का काम सफल न होता, मनोयोग से होते सफल और होता है नाम।
जो मृत्यु का पैगाम बनकर आया है वो खुदा का एक पैगाम हो। जो मृत्यु का पैगाम बनकर आया है वो खुदा का एक पैगाम हो।
उच्चवर्ग खुश है काम सारे पूरे होते आराम से , काम निकालो सरकारी तंत्र से दे दो चाहे दाम उच्चवर्ग खुश है काम सारे पूरे होते आराम से , काम निकालो सरकारी तंत्र से दे दो...